सूरजपुर: आदिम जाति सेवा सहकारी समिति दवनकरा के प्रबंधक पर फर्जीवाड़े का आरोप, राजनीति का दबाव होने का दावा
सूरजपुर के आदिम जाति सेवा सहकारी समिति, दवनकरा के प्रबंधक संतोष नाविक पर किसानों ने फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है। किसानों का आरोप है कि समिति में कामकाज के दौरान किसानों के पैसे में हेरफेर किया गया है। हालांकि, प्रबंधक संतोष नाविक ने इन आरोपों को गलत ठहराते हुए कहा कि उनके ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाए गए हैं और इसमें राजनीतिक दबाव भी शामिल है।
प्रबंधक नाविक का कहना है कि किसानों का पैसा निकालने का काम पूरी तरह से किसानों और बैंक के बीच होता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके द्वारा किसी भी प्रकार की वित्तीय अनियमितता नहीं की गई है। संतोष नाविक ने यह भी कहा कि उनके खिलाफ दर्ज की गई शिकायत का उद्देश्य राजनीतिक फायदे के लिए किया गया है।
संतोष नाविक ने बताया, “मेरे ऊपर फर्जी आरोप लगाए गए हैं, जिससे मेरा और समिति का नाम खराब करने की कोशिश की जा रही है। बैंक और किसानों के बीच ही पैसे का लेन-देन होता है, और मैं किसी भी प्रकार की गलत गतिविधि में शामिल नहीं हूं। यह सिर्फ राजनीति के कारण हो रहा है।”
इस मामले को लेकर क्षेत्र के कई किसान और अन्य लोग अपने-अपने पक्ष रख रहे हैं। एक ओर, किसान संतोष नाविक के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, जबकि दूसरी ओर प्रबंधक संतोष नाविक ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच की अपील की है ताकि सच सामने आ सके।
इस मुद्दे ने अब स्थानीय स्तर पर चर्चाओं का विषय बना दिया है। कई लोगों का मानना है कि इस मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप है, जो समिति के कामकाज पर असर डाल सकता है।